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बहुचर्चित 69000 शिक्षक भर्ती प्रकरण में अंतिम चरण की सुनवाई आज, जानिए केस की जुडी महत्वपूर्ण जानकारियां रवि भैया द्वारा

बहुचर्चित 69000 शिक्षक भर्ती प्रकरण में अंतिम चरण की सुनवाई आज, जानिए केस की जुडी महत्वपूर्ण जानकारियां रवि भैया द्वारा

बहुचर्चित 69000 शिक्षक भर्ती प्रकरण में अंतिम चरण की सुनवाई आज दिनांक 03 मार्च को अपराह्न 02:15 मिनट पर द्वय न्यायधीश के समक्ष कोर्ट न.1 में होनी तय है।

सुनवाई की तमाम औपचारिकताएं पूर्ण हो चुकी हैं महज अंतिम चरण का कार्य होना है।

जब कोई याचिका दाखिल होती है तो उसमें 2 पक्ष होते हैं एक शिकायतकर्ता और दूसरा अपोजिट पार्टी जिसके खिलाफ केस दायर किया जाता है।

●याचिकाकर्ता अपने दलीलों को वकील के माध्यम से माननीय कोर्ट के सामने रखता है कि मुझे यह-यह समस्या है।

●पुनः द्वितीय पक्ष उनके तर्कों के पॉइंट को नोट कर के अपनी बात रखता है कि याचिकाकर्ता की बात में कितनी सच्चाई है और कहाँ पर गलत है।

●तत्पश्चात पुनः कोर्ट याचिकाकर्ता को अंतिम सफाई देने का मौका देता है कि आपके अपोजिट पार्टी ने इन बिंदु को नकारा है और इन नए बिंदुओं को कोर्ट के समक्ष रखा है आपकी क्या दलील है उसपर...

★● #इस_प्रश्न_के_एवज_में_दिया_गया_प्रतिउत्तर_रिज्वाइंडर_के_नाम_से_जाना_जाता_है।

■ इस प्रक्रिया के बाद माननीय न्यायालय द्वारा आदेश को या तो सुना दिया जाता है या आदेश को सुरक्षित रख लिया जाता है।

■◆ अपने केस में उपरोक्त सारी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है अंतिम प्रक्रिया रिज्वाइंडर है जो कि...

★ #परिहार_सर_की_बहस_के_तुरंत_बाद_प्रारम्भ_होने_की_पूर्णतः_संभावना_है।

#न्यायालय के मामले में अति उत्साहित और टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।

उम्मीद किया जा सकता है आदेश इस सप्ताह सुरक्षित हो जाएगा।

तारीख और दिन सभी लोग बता रहे भगवान करे आपका सोच सही हो लेकिन एक आशावादी और न्यायालय की प्रकिया आँखों देखने के बाद आस यही करते है कि इस सप्ताह आदेश सुरक्षित हो जाएगा।

■◆ #बीटीसी_लीगल_टीम की तरफ से सारे मुद्दों पर पुरजोर तरीके से #लखनऊ_हाइकोर्ट_के_सबसे_टॉप_मोस्ट_सीनियर_नम्बर_वन_अधिवक्ता_श्री_एस_के_कालिया जी द्वारा मजबूत रिज्वाइंडर रखा जाएगा।

■● #बीएड_लीगल_टीम की तरफ से #लखनऊ_हाइकोर्ट_के_सर्विस_मैटर_के_टॉप_मोस्ट_अधिवक्ता_श्री_जयदीप_नारायण_माथुर_सर मजबूत रिज्वाइंडर रखेंगे।

★■◆ चंद्रा सर और तिवारी जी द्वारा भी प्रमुख मुद्दों को माननीय न्यायालय के समक्ष अवगत कराया जाएगा लिखित या ओरल... यह माननीय न्यायालय का अधिकार है वह किसे परमिट करते है बात रखने हेतु क्योंकि कोर्ट रिपीट आर्गुमेंट नहीं ले रही।

उम्मीद बेहतर की करते हुए।

लेख साभार :- रवि भैया