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फर्जी शिक्षक के चक्कर में नौ महीने से फंसी असली शिक्षक की तनख्वाह, पढें पूरा मामला

 फर्जी शिक्षक के चक्कर में नौ महीने से फंसी असली शिक्षक की तनख्वाह, पढें पूरा मामला

बस्ती:- बेसिक शिक्षा विभाग में एक के बाद एक फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। दूसरे के अभिलेख पर नौकरी हासिल करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे ही एक प्रकरण की शिकायत करने वाले शिक्षक का ही महीनों से वेतन लटक गया है। पैन कार्ड सत्यापन के दौरान पकड़ में आए इस मामले में बस्ती में कार्यरत सहायक अध्यापक के नाम पर सुल्तानपुर जिले में भी एक शिक्षक तैनात है।



इसकी जानकारी होते ही बस्ती के अध्यापक ने मुख्यमंत्री से लगायत सुल्तानपुर व बस्ती के बीएसए से लिखित शिकायत जुलाई 2020 की। जांच के नाम पर करीब एक साल से लटके मामले में कथित फर्जी शिक्षक की सेवा तो अब तक समाप्त नहीं हुई, उलटे शिकायतकर्ता शिक्षक का वेतन सितंबर 2020 से रोक दिया गया। नौ माह से वेतन न मिलने से अब सहायक अध्यापक को गृहस्थी चलना मुश्किल हो रहा है।

बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ओझागंज निवासी शिवाकांत वर्तमान में कप्तानगंज ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय महराजगंज में तैनात सहायक अध्यापक पर पर कार्यरत हैं। 13 फरवरी 1993 में सहायक अध्यापक बने शिवाकांत ने बताया कि उन्होंने अपने समस्त अभिलेख बस्ती बीएसए कार्यालय में जमा कर दिए थे। फरवरी वर्ष 2019 को आईटीआर भरते समय पता चला कि उन्हीं के प्रमाण पत्र पर दूसरा व्यक्ति सुल्तानपुर जिले में शिक्षक के तौर पर नौकरी कर रहा है। पैनकार्ड से पकड़ में सामने आई इस जानकारी से शिवाकांत के होश उड़ गए। छानबीन में की तो पता चला कि फर्जी शिक्षक सुल्तानपुर जिले के प्रतापपुर कमैचा ब्लॉक के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात है और वेतन आहरित कर रहा है।

सुल्तानपुर की दौड़ लगाने के साथ दे चुके हैं कई प्रार्थना पत्र


सहायक अध्यापक शिवाकांत ने उनके नाम पर दूसरे व्यक्ति के शिक्षक की नौकरी सुल्तानपुर में करने की शिकायत जुलाई 2020 में साक्ष्यों के साथ की। तकरीबन 11 माह बीतने के बाद भी जांच अधर में लटकी है। शासन से लेकर विभागीय अफसरों को शिकायती पत्र भेजने के साथ ही शिवाकांत ने सुल्तानपुर जाकर बीएसए से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। इन सबके बीच विभागीय जांच शुरू हुई जो अब तक पूरी नहीं हो सकी है। उलटे सहायक अध्यापक शिवाकांत का सितंबर 2020 से ही वेतन यह कहते हुए रोक दिया गया कि अब असली-नकली की सच्चाई की रिपोर्ट सुल्तानपुर से आने के बाद ही वेतन जारी हो सकेगा।

आर्थिक तंगी से जूझ रहा शिक्षक का परिवार

कप्तानगंज के महराजगंज पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर तैनात शिक्षक शिवाकांत के वेतन से उनके परिवार के कुल नौ सदस्यों का भरण-पोषण होता है। ऐसे में लगातार नौ माह से वेतन न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। शिवाकांत बताते हैं कि फर्जीवाड़े को सामने लाने के लिए शिकायत करना उन्हें काफी भारी पड़ रहा है। नौबत यह आ गई है कि अब परिवार का खर्च चलाने के लिए कर्जा लेना पड़ रहा है। कर्जदार भी अब पैसा मांगने लगे है। इससे मानसिक परेशानी का भी इस महामारी के दौर में सामना करना पड़ रहा है।


मामला संज्ञान में है। इस संबंध में सुल्तानपुर के बीएसए से रिपोर्ट मंगाई गई है। जो तथ्य सामने आएगा उसके अनुसार ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सुल्तानपुर के बीएसए दीवान सिंह ने दूरभाष पर बताया कि आरोपी सहायक अध्यापक को नोटिस जारी किया गया है। जल्द ही अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

- जगदीश शुक्ल, बीएसए बस्ती

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